Digital Ration System – भारत सरकार एक के बाद एक नई योजनाएं ला रही है ताकि आम जनता को सुविधाएं मिलती रहें और सिस्टम में पारदर्शिता बनी रहे। अब एक और ऐसी अनोखी योजना शुरू की गई है जिसका नाम है ‘अन्नपूर्ति ATM’। इस योजना के जरिए अब आपको राशन लेने के लिए न दुकानों की लाइन में लगना पड़ेगा, न ही डीलर के चक्कर काटने पड़ेंगे। जैसे पैसे निकालने के लिए ATM होता है, अब वैसे ही अनाज निकालने के लिए भी ‘अन्नपूर्ति ATM’ होगा।
क्या है अन्नपूर्ति ATM?
‘अन्नपूर्ति ATM’ दरअसल एक ऑटोमैटिक फूड डिस्पेंसिंग मशीन है जिसमें सरकार की तरफ से चावल, गेहूं जैसे अनाज पहले से भरे रहेंगे। ये मशीनें राशन कार्ड या आधार कार्ड से जुड़ी होंगी और बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद लाभार्थी अपना अनाज ले सकेंगे। मतलब पूरा सिस्टम एकदम डिजिटल और फुल प्रूफ होगा। अब किसी को किसी से लड़ने-झगड़ने या डीलर के भरोसे रहने की जरूरत नहीं।
कैसे काम करेगा ये सिस्टम?
जब भी किसी जरूरतमंद को अनाज चाहिए होगा, तो वह अपने नजदीकी ‘अन्नपूर्ति ATM’ पर जाकर अपना राशन कार्ड या आधार कार्ड स्कैन करेगा। फिर फिंगरप्रिंट या ओटीपी के जरिए पहचान सत्यापित होगी। उसके बाद मशीन से तय मात्रा में अनाज – जैसे चावल या गेहूं – खुद-ब-खुद निकल जाएगा। ये पूरा प्रोसेस कुछ ही मिनटों में पूरा हो जाएगा और कोई झंझट भी नहीं होगा।
मिलेंगे कई फायदे
इस योजना से न सिर्फ आम जनता को फायदा होगा, बल्कि सरकार को भी राशन वितरण प्रणाली में सुधार लाने में मदद मिलेगी। जानिए इसके कुछ अहम फायदे:
- 1. लाइन में लगने से छुटकारा:
अब राशन लेने के लिए घंटों कतार में खड़े रहना नहीं पड़ेगा। एक कार्ड लेकर सीधे मशीन पर जाओ और अनाज लेकर घर लौट आओ। - 2. भ्रष्टाचार पर लगाम:
राशन की चोरी, कालाबाजारी और डीलर द्वारा कम मात्रा देने जैसी शिकायतें अब बीते जमाने की बात होंगी। क्योंकि मशीन से जितना तय किया गया है, उतना ही राशन निकलेगा। - 3. पारदर्शिता और भरोसा:
इस सिस्टम से हर लेन-देन का रिकॉर्ड रहेगा और यह पूरी तरह डिजिटल होगा। मतलब सरकारी सिस्टम पर लोगों का भरोसा और मजबूत होगा। - 4. डिजिटल इंडिया की ओर एक और कदम:
यह पहल सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ विजन को आगे बढ़ाएगी। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सीधे गरीबों की सेवा में किया जा रहा है।
एक बार में कितना मिलेगा राशन?
फिलहाल, ‘अन्नपूर्ति ATM’ से एक बार में 50 किलो तक का राशन दिया जा सकता है। यह राशन लाभार्थी की पात्रता और सरकारी स्कीमों के तहत तय किया जाएगा। यानी अगर कोई व्यक्ति NFSA या PDS स्कीम के अंतर्गत आता है, तो उसे उसी के अनुसार अनाज मिलेगा।
कहां-कहां शुरू हुई ये योजना?
इस योजना को अभी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कुछ राज्यों में शुरू किया गया है। इन राज्यों में टेस्टिंग के बाद, सरकार इसे पूरे देश में लागू करेगी। इसके लिए राज्य सरकारों और जिलों के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि मशीनों का सही उपयोग किया जा सके।
क्या यह वन नेशन वन राशन कार्ड स्कीम से जुड़ा है?
जी हां, ‘अन्नपूर्ति ATM’ का सीधा संबंध वन नेशन वन राशन कार्ड योजना से है। जब पूरा देश इस सिस्टम से जुड़ जाएगा, तो कोई भी व्यक्ति किसी भी राज्य में जाकर बिना परेशानी के राशन ले सकेगा। इससे प्रवासी मजदूरों और अस्थायी तौर पर कहीं भी रहने वाले लोगों को काफी फायदा होगा।
लोगों को मिलेगा स्मार्ट अनुभव
इस नई तकनीक से गरीबों और जरूरतमंदों को न केवल सुविधा मिलेगी बल्कि उन्हें एक स्मार्ट, तेज और ईमानदार राशन सेवा का अनुभव भी मिलेगा। अब उन्हें राशन के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और हर चीज साफ-सुथरी होगी।
क्या कहते हैं सरकारी अधिकारी?
सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, इस योजना से वितरण प्रणाली में बड़ा सुधार होगा और लोगों का सरकारी योजनाओं पर विश्वास और बढ़ेगा। जहां पहले भ्रष्टाचार और देरी की शिकायतें आम थीं, अब वहीं तकनीक के इस्तेमाल से व्यवस्था बेहतर और भरोसेमंद हो जाएगी।
‘अन्नपूर्ति ATM’ एक क्रांतिकारी पहल है जो भारत के राशन वितरण सिस्टम में बड़ा बदलाव लाने जा रही है। इससे ना सिर्फ गरीबों को समय पर अनाज मिलेगा, बल्कि सरकारी योजनाओं की पारदर्शिता और भरोसेमंद छवि भी मजबूत होगी। आने वाले समय में जब ये योजना पूरे देश में लागू होगी, तो राशन वितरण से जुड़ी कई समस्याएं अपने आप खत्म हो जाएंगी।
अगर आप इस सुविधा का फायदा लेना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी सरकारी राशन केंद्र से जानकारी लें कि आपके इलाके में ये ATM कब शुरू होगा। साथ ही अपने राशन कार्ड और आधार को अपडेट रखना न भूलें, क्योंकि यही आपकी नई पहचान बनेंगे – डिजिटल राशन की दुनिया में।