EPFO Pension News – अगर आप एक प्राइवेट या सरकारी कंपनी में काम कर चुके हैं और आपने कम से कम 10 साल तक नौकरी की है, तो आपके लिए बहुत अच्छी खबर है। EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने पेंशन से जुड़ी एक बड़ी घोषणा की है, जिससे लाखों लोगों को सीधा फायदा मिलेगा। अब सिर्फ 10 साल की नौकरी करने के बाद आपको हर महीने जिंदगीभर के लिए पेंशन मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
इतना ही नहीं, सरकार ने 2025 से पेंशन राशि में भी बड़ा बदलाव कर दिया है और इसे पहले से काफी ज्यादा कर दिया है।
EPFO पेंशन योजना क्या है और किसे मिलती है?
EPFO की ये स्कीम Employees’ Pension Scheme (EPS) के नाम से जानी जाती है। इसका फायदा उन लोगों को मिलता है जो किसी भी सरकारी या प्राइवेट संस्थान में काम करते हैं और जिनकी बेसिक सैलरी 15 हजार रुपये या उससे कम है। इस योजना में नियोक्ता यानी आपकी कंपनी आपकी सैलरी से हर महीने एक छोटा हिस्सा EPFO खाते में जमा करती है। यही पैसा आपके रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में वापस मिलता है।
किन शर्तों पर मिलती है पेंशन?
अगर आप EPFO पेंशन का फायदा लेना चाहते हैं तो कुछ जरूरी शर्तें पूरी करनी होती हैं।
- सबसे पहले, आपकी उम्र 58 साल होनी चाहिए
- कम से कम 10 साल तक आपने नौकरी की हो
- EPFO के सदस्य भी होने चाहिए
अगर ये तीनों बातें आप पर लागू होती हैं, तो आप पेंशन के हकदार बन जाते हैं।
पेंशन कितनी मिलेगी और कैसे तय होती है?
अब बात करते हैं कि आपकी पेंशन कितनी बनेगी। इसका एक फॉर्मूला है:
मासिक पेंशन = (पेंशन योग्य वेतन × सेवा के वर्ष) / 70
यहां पेंशन योग्य वेतन का मतलब है आपकी आखिरी 60 महीनों की औसत सैलरी। इस फॉर्मूले में अधिकतम वेतन 15 हजार रुपये तक माना जाता है। यानी अगर आपकी सैलरी 15 हजार रही है और आपने 10 साल की नौकरी की है, तो आपकी पेंशन लगभग 2,143 रुपये महीने बनती है।
लेकिन अब आया है बड़ा बदलाव…
2025 से सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए न्यूनतम मासिक पेंशन को बढ़ाकर सीधे 7,500 रुपये कर दिया है। साथ ही, इसमें महंगाई भत्ता यानी DA भी जोड़ दिया गया है। इससे कुल पेंशन राशि और ज्यादा हो जाएगी। यानी अब कम तनख्वाह और कम सर्विस वाले लोग भी अच्छे पेंशन लाभ पा सकेंगे।
पेंशन के कितने प्रकार होते हैं?
EPFO की स्कीम सिर्फ रिटायरमेंट तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके और भी कई फायदे हैं।
- सुपरएनुएशन पेंशन: 58 साल के बाद मिलने वाली नियमित पेंशन
- अर्ली पेंशन: अगर आप 50 से 58 साल के बीच रिटायर होते हैं, तो कम पेंशन मिलेगी
- विधवा पेंशन: सदस्य की मौत होने पर उसकी पत्नी को पेंशन
- बच्चों की पेंशन: सदस्य की मृत्यु के बाद बच्चों को
- अनाथ पेंशन: माता-पिता दोनों की मृत्यु होने पर बच्चों को
- विकलांगता पेंशन: अगर कर्मचारी पूरी तरह से अपाहिज हो जाए
कैसे करें पेंशन के लिए आवेदन?
पेंशन लेने के लिए अब सारी प्रक्रिया काफी आसान और डिजिटल हो गई है।
आपको www.epfindia.gov.in पर जाकर फॉर्म 10D भरना होता है। इसके साथ आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स, सेवा प्रमाण पत्र जैसे कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट भी अपलोड करने होते हैं।
चाहें तो आप ये प्रक्रिया ऑनलाइन भी कर सकते हैं या फिर नजदीकी EPFO दफ्तर जाकर भी मदद ले सकते हैं।
क्यों जरूरी है ये बदलाव?
जो लोग 10 से 15 हजार रुपये की सैलरी में पूरा जीवन काम करते हैं, उनके लिए रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी मुश्किल हो जाती है। इसीलिए सरकार ने EPFO पेंशन में सुधार करके इसे और मजबूत बनाया है। अब ये योजना उन करोड़ों कर्मचारियों के लिए उम्मीद की किरण बन गई है, जिन्होंने दशकों तक मेहनत की है।
अगर आपने 10 साल की नौकरी पूरी कर ली है, तो इस योजना का फायदा जरूर लें। अब वक्त है अपने रिटायरमेंट को सुरक्षित और सम्मानजनक बनाने का।