Gold Rate – सोना हर किसी की पहली पसंद में आता है। चाहे त्योहार हो, शादी या कोई धार्मिक रिवाज, सोना हर बार जरूरी होता है। लेकिन पिछले कुछ समय से सोने के दामों में लगातार उछाल देख रहे हैं। इससे आम लोगों को खरीदने में काफी दिक्कतें हो रही हैं। अब सवाल ये है कि आने वाले महीनों में सोने के दाम कहां तक जाएंगे? जून 2026 तक सोना कितना महंगा हो सकता है? आइए जानते हैं ताज़ा रिपोर्ट के आधार पर।
देश में सोने के दामों की ताज़ा स्थिति
देश में सोने के दाम पिछले दिनों काफी तेजी से बढ़े हैं। बुधवार को सर्राफा बाजार में 10 ग्राम सोने की कीमत करीब 99,000 रुपये तक पहुंच गई है। पिछले कुछ वक्त में सोने की कीमतों में करीब 500 रुपये की बढ़ोतरी देखी गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ की रिपोर्ट के मुताबिक, 24 कैरेट का शुद्ध सोना 99,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आस-पास है। वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना 98,500 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर पहुंच गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी तेजी
देश के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोने के दाम बढ़ रहे हैं। बुधवार को हाजिर सोने की कीमत 23.16 डॉलर बढ़ी, जो करीब 0.7% की तेजी बताती है। अब इंटरनेशनल मार्केट में सोने के दाम 3,323.87 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गए हैं। इस बढ़ोतरी का असर देश के बाजार पर भी साफ देखा जा सकता है।
आगे क्या होगा सोने के दाम?
विशेषज्ञ कायनात चैनवाला की मानें तो अभी अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक की रिपोर्ट और नीतियों पर पूरा बाजार नजर टिका हुआ है। फेडरल रिजर्व के निर्णय से ब्याज दरों और मुद्रास्फीति पर असर पड़ेगा, जिससे सोने के दामों की दिशा तय होगी। निवेशक इस बैठक के नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
निवेशकों का सोने पर भरोसा बढ़ा
2025 में सोने की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी का एक बड़ा कारण निवेशकों का बढ़ता भरोसा रहा है। वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, डॉलर की अस्थिरता और बढ़ती महंगाई ने निवेशकों को सोना और चांदी जैसी धातुओं की तरफ आकर्षित किया है। इन्हें सुरक्षित निवेश माना जाता है, इसलिए ज्यादा निवेश हो रहा है जिससे दाम तेजी से बढ़े हैं।
जून 2026 तक सोने के दाम कितने हो सकते हैं?
राहुल सोनी जैसे विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता बनी रहेगी। यही वजह है कि सोने की कीमतें मजबूती से बनी रहेंगी। साल 2025 के अंत तक सोने की कीमतें एक लाख 10 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं। आने वाले साल, यानी जून 2026 तक ये दाम और बढ़कर 1,20,000 से 1,25,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं।
सोने की कीमत बढ़ने के पीछे क्या वजहें हैं?
सोने के दाम बढ़ने के पीछे कई वजहें काम कर रही हैं। पहला कारण है अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनाव, जो निवेशकों को सुरक्षित संपत्ति की तलाश में मजबूर कर रहा है। दूसरा कारण डॉलर की कमजोर स्थिति है, जिससे डॉलर के मुकाबले सोने की कीमत बढ़ जाती है। इसके अलावा बढ़ती महंगाई यानी मुद्रास्फीति भी एक बड़ा कारण है। जब महंगाई बढ़ती है तो लोग सोने को अपने निवेश का सुरक्षित विकल्प मानते हैं।
क्या सोना खरीदना अभी सही रहेगा?
हालांकि सोने के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, फिर भी कई लोग सोचते हैं कि क्या अभी सोना खरीदना सही रहेगा या नहीं। विशेषज्ञों की राय है कि अगर आप लंबी अवधि के निवेश के लिए सोच रहे हैं तो सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसकी कीमतें भविष्य में और बढ़ सकती हैं। खासकर जब आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता बनी रहती है तो सोना एक भरोसेमंद निवेश होता है।
सोने की खरीदारी में सावधानियां
अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो कुछ बातें ध्यान में रखना जरूरी है। सबसे पहले सही शुद्धता का सोना खरीदें और प्रमाणित दुकानदार से ही खरीदारी करें। सोने के दाम लगातार बदलते रहते हैं इसलिए खरीदारी से पहले बाजार का हाल जरूर देखें। साथ ही, सोने के बदले अन्य निवेश विकल्पों पर भी विचार करें ताकि आपका पोर्टफोलियो संतुलित रहे।
जैसे-जैसे समय बढ़ेगा, सोने के दामों में तेजी का सिलसिला जारी रहेगा। जून 2026 तक सोने की कीमतें आज से कहीं ज्यादा हो सकती हैं। ऐसे में जो लोग सोने में निवेश करने का मन बना रहे हैं, उन्हें जल्दी करने की सलाह दी जाती है। फिर भी ध्यान रहे कि बाजार की स्थितियों पर नजर रखें और समझदारी से निवेश करें। सोना आज भी भारत में निवेश का एक अहम हिस्सा है, और आने वाले समय में भी इसका महत्व बना रहेगा।