HDFC Bank FD Rates – अगर आप भी HDFC बैंक में एफडी या सेविंग अकाउंट में पैसा रखते हैं, तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। HDFC बैंक ने अपने ग्राहकों को एक बड़ा झटका दिया है। बैंक ने कुछ खास अवधि वाली फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी योजनाओं और सेविंग अकाउंट पर मिलने वाली ब्याज दरों में कटौती कर दी है। ये बदलाव ऐसे समय में आया है जब आम आदमी को ज्यादा रिटर्न की उम्मीद थी।
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने हाल ही में रेपो रेट में कटौती की है। इसके बाद देश के कई बड़े और छोटे बैंक एफडी की ब्याज दरों में बदलाव कर रहे हैं। HDFC बैंक भी उन्हीं में शामिल हो गया है। बैंक ने 3 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर ब्याज दरों में 0.20 प्रतिशत तक की कटौती की है। यानी अब आपको पहले जितना रिटर्न नहीं मिलेगा।
23 मई से लागू हुई नई दरें
HDFC बैंक की ओर से यह नई ब्याज दरें 23 मई 2025 से लागू कर दी गई हैं। इसका सीधा मतलब है कि अगर आपने इस तारीख के बाद एफडी करवाई है या करवाने की सोच रहे हैं, तो आपको नई दरों के अनुसार ही ब्याज मिलेगा। इसके पहले बैंक ने अप्रैल 2025 में भी एफडी दरों में 0.50 फीसदी की कटौती की थी। यानी पिछले कुछ महीनों में लगातार रेट्स नीचे जा रही हैं।
अब कितना ब्याज मिलेगा
कटौती के बाद अब HDFC बैंक की एफडी पर सामान्य नागरिकों को 3 फीसदी से लेकर अधिकतम 6.85 फीसदी तक ब्याज मिलेगा। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दर 3.5 फीसदी से लेकर 7.35 फीसदी के बीच तय की गई है। पहले ये दरें थोड़ी ज्यादा थीं। पहले आम नागरिकों को अधिकतम 7.10 फीसदी और वरिष्ठ नागरिकों को 7.55 फीसदी तक ब्याज मिलता था।
हर एफडी योजना पर नहीं हुआ बदलाव
यह बात ध्यान देने वाली है कि HDFC बैंक ने सभी एफडी योजनाओं की ब्याज दरें नहीं घटाई हैं। यह कटौती सिर्फ कुछ चुनिंदा अवधि वाली एफडी स्कीम पर की गई है। यानी अगर आपकी एफडी किसी और अवधि की है, तो हो सकता है उस पर अभी भी पुरानी ब्याज दर ही लागू हो।
1 साल से ज्यादा और 15 महीने से कम की एफडी पर खास असर
अगर आपने एक साल से थोड़ी ज्यादा और 15 महीने से कम अवधि की एफडी करवा रखी है, तो आपके लिए ये खबर थोड़ी चिंताजनक हो सकती है। क्योंकि बैंक ने इस अवधि की एफडी पर मिलने वाले ब्याज में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है। पहले जहां आपको 6.60 फीसदी ब्याज मिल रहा था, अब वही घटकर 6.50 फीसदी हो गया है।
18 से 21 महीने वाली एफडी पर भी कटौती
इतना ही नहीं, अगर आपने 18 महीने से लेकर 21 महीने तक की अवधि की एफडी कर रखी है, तो इस पर भी असर पड़ा है। पहले इस पर ब्याज दर 7.05 फीसदी थी, जो अब घटकर 6.85 फीसदी रह गई है। यानी साफ है कि बैंक लगातार ब्याज दरें घटा रहा है और ग्राहकों को कम रिटर्न मिल रहा है।
सेविंग अकाउंट पर भी असर
बात सिर्फ एफडी तक सीमित नहीं है, सेविंग अकाउंट पर भी बैंक ने दरों में बदलाव किया है। हालांकि बैंक की तरफ से इसका अलग से जिक्र नहीं किया गया है, लेकिन ग्राहकों को अब सेविंग अकाउंट पर भी पहले से कम ब्याज मिल रहा है। ऐसे में अगर आप केवल सेविंग में पैसा रखकर ज्यादा ब्याज कमाना चाहते हैं, तो ये रणनीति अब उतनी फायदेमंद नहीं रही।
क्या करें निवेशक
अब सवाल ये उठता है कि जिन लोगों ने एफडी में निवेश किया है या करने की सोच रहे हैं, उन्हें क्या करना चाहिए। सबसे पहले तो यह देख लें कि आपकी एफडी किस अवधि की है और उस पर नई दर लागू हो रही है या नहीं। अगर आपकी एफडी उन चुनिंदा स्कीम्स में आती है जिन पर कटौती हुई है, तो हो सकता है आपको कुछ कम रिटर्न मिले।
दूसरा विकल्प ये है कि आप दूसरे बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें। कई छोटे बैंक या सरकारी बैंक अभी भी एफडी पर अच्छी दरें दे रहे हैं। इसके अलावा आप पोस्ट ऑफिस की कुछ योजनाओं या सरकारी बॉन्ड जैसी स्कीम्स पर भी नजर डाल सकते हैं, जो लंबे समय में अच्छा रिटर्न देती हैं।
HDFC बैंक का यह फैसला लाखों ग्राहकों को प्रभावित करेगा, खासकर उन लोगों को जिन्होंने रिटर्न के लिए एफडी को चुना था। अब जरूरत है कि लोग अपने निवेश की रणनीति को दोबारा सोचें और उन विकल्पों पर जाएं जो मौजूदा आर्थिक माहौल में ज्यादा बेहतर और स्थिर रिटर्न दे सकें।