Home Loan SIP – आज के समय में बड़े शहरों में घर खरीदना किसी सपने को पूरा करने जैसा है। चाहे बात दिल्ली की हो, मुंबई की या फिर नोएडा की – हर जगह प्रॉपर्टी के रेट दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। और अगर किसी तरह आपने होम लोन लेकर घर खरीद भी लिया, तो असली चुनौती तब आती है जब हर महीने मोटी EMI भरनी पड़ती है।
होम लोन का सबसे बड़ा दर्द यही है कि सालों तक ईएमआई भरते-भरते आप इतना ब्याज चुका देते हैं कि सोचकर ही टेंशन हो जाती है। मतलब जितनी रकम में आपने घर लिया, उससे कहीं ज्यादा सिर्फ ब्याज में चला जाता है। लेकिन क्या हो अगर आपको ये बताया जाए कि एक सिंपल और स्मार्ट तरीका है जिससे आप होम लोन का पूरा ब्याज कवर कर सकते हैं, वो भी बिना जेब से एक्स्ट्रा खर्च किए?
समझिए कैसे काम करता है Home Loan और ब्याज का खेल
मान लीजिए आपने बैंक से 50 लाख रुपये का लोन लिया है, ब्याज दर है 9.5 फीसदी और अवधि है 20 साल। अब इस पर आपकी हर महीने की EMI करीब 46 हजार 600 रुपये के आसपास बनती है। जब आप ये ईएमआई 20 साल तक भरते हैं, तो आप कुल मिलाकर बैंक को 1 करोड़ 12 लाख रुपये चुकाते हैं – जिसमें से 61 लाख रुपये सिर्फ ब्याज होता है।
यानी आपका घर भले ही 50 लाख का हो, लेकिन उसे खरीदते समय आपको 1 करोड़ से ज्यादा खर्च करना पड़ता है। अब ये सुनकर कोई भी घबरा सकता है, लेकिन यहां पर एक तरीका है जिससे आप इस ब्याज का बोझ काफी हद तक कम कर सकते हैं।
SIP – होम लोन की टेंशन का इलाज
SIP यानी सिस्टेमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान। ये एक ऐसा तरीका है जिससे आप धीरे-धीरे पैसे निवेश करते हैं और एक अच्छा रिटर्न कमाते हैं। अब यहां गेम यही है कि जब आप होम लोन की EMI भरना शुरू करें, उसी समय आप अपनी EMI का 20 फीसदी हिस्सा SIP में निवेश करना शुरू कर दें।
अगर आपकी EMI 46 हजार 600 रुपये है, तो उसका 20 फीसदी हुआ करीब 9 हजार 300 रुपये। अब अगर आप हर महीने 9 हजार 300 रुपये SIP में लगाते हैं और इस पर सालाना 12 फीसदी का अनुमानित रिटर्न मिलता है, तो 20 साल में आपके पास करीब 85 लाख रुपये का फंड बन जाएगा। इसमें से आपका खुद का निवेश सिर्फ 22 लाख रुपये होगा, और बाकी सारा रिटर्न का फायदा होगा।
अब गौर कीजिए, आपने लोन पर जो ब्याज देना था वो था करीब 61 लाख रुपये। लेकिन SIP से आपको 85 लाख मिलेंगे। यानी ब्याज तो पूरा कवर हो गया, ऊपर से करीब 24 लाख रुपये एक्स्ट्रा बच भी गए। यह तरीका आपको न सिर्फ मानसिक शांति देगा, बल्कि फाइनेंशियल सिक्योरिटी भी।
SIP और Home Loan की तुलना
अगर सीधे-सीधे तुलना करें तो:
- आपने 50 लाख का लोन लिया
- 20 साल में ब्याज भर दिया करीब 61 लाख
- EMI थी करीब 46 हजार रुपये हर महीने
अब वही दूसरी ओर:
- हर महीने 9 हजार 300 रुपये SIP में डाले
- कुल निवेश किया 22 लाख रुपये
- 20 साल में बना फंड करीब 85 लाख रुपये
अब आप खुद सोचिए – क्या ये डील आपके लिए फायदेमंद नहीं है?
कब शुरू करें SIP?
SIP का असली फायदा तभी मिलेगा जब आप इसे लोन की पहली किस्त से ही शुरू कर दें। जितनी जल्दी शुरुआत करेंगे, उतना ज्यादा फायदा मिलेगा क्योंकि कंपाउंडिंग का असर समय के साथ बढ़ता है। और हां, SIP सिर्फ ब्याज को कवर करने का तरीका नहीं है, बल्कि यह एक मजबूत फाइनेंशियल फंड भी तैयार करता है, जो भविष्य में आपके बहुत काम आ सकता है।
SIP में निवेश करने से पहले ध्यान रखें ये बातें
- SIP शुरू करने से पहले किसी अच्छे फाइनेंशियल प्लानर से सलाह जरूर लें, ताकि आपकी जरूरत और बजट के हिसाब से सही प्लान चुना जा सके।
- SIP की रकम उतनी रखें जो आपके मासिक खर्चों के बाद आराम से निकल सके।
- निवेश में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, इसलिए घबराएं नहीं और लगातार निवेश करते रहें।
- SIP को बीच में बंद न करें, वरना जो कंपाउंडिंग का फायदा मिलना चाहिए था, वो पूरा नहीं हो पाएगा।
SIP एक स्मार्ट तरीका है जिससे आप होम लोन के भारी ब्याज को मैनेज कर सकते हैं, वो भी बिना कोई एक्स्ट्रा बोझ उठाए। अगर आप समय पर इसकी शुरुआत करते हैं और धैर्य से चलते हैं, तो होम लोन की टेंशन कभी फाइनेंशियल प्रॉब्लम नहीं बनेगी।