LPG Cylinder Price – उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक राहत की खबर है। आज यानी 30 मई को घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में कुछ बदलाव देखने को मिला है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की नई प्राइस लिस्ट के मुताबिक, अब 14.2 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत अलग-अलग जिलों में अलग-अलग हो गई है। कुछ जिलों में सिलेंडर काफी सस्ता हो गया है तो कुछ जगहों पर अभी भी कीमत 900 रुपये से ऊपर है।
अगर आप यूपी में रहते हैं और ये जानना चाहते हैं कि आपके जिले में गैस सिलेंडर की कीमत क्या है, तो इस खबर में आपको पूरी जानकारी मिलने वाली है।
मेरठ, नोएडा और गाजियाबाद में सबसे सस्ता सिलेंडर
उत्तर प्रदेश के जिन जिलों में घरेलू गैस सिलेंडर सबसे सस्ता है, उनमें मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर और बागपत शामिल हैं। इन जगहों पर आज के दिन सिलेंडर की कीमत सिर्फ 850 रुपये के आसपास है। यह राज्य में सबसे कम कीमत मानी जा रही है।
यहां रहने वाले लोगों के लिए यह किसी खुशखबरी से कम नहीं है क्योंकि जहां महंगाई ने लोगों की जेब पर असर डाला है, वहीं गैस सिलेंडर के दाम कम होने से कुछ राहत जरूर मिली है।
बलिया और मऊ में सबसे महंगा सिलेंडर
दूसरी तरफ यूपी के बलिया और मऊ जिलों में गैस सिलेंडर की कीमत सबसे ज्यादा है। यहां आज के दिन सिलेंडर की कीमत 933 रुपये तक पहुंच गई है। इसके अलावा आजमगढ़, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर जैसे जिले भी महंगे सिलेंडर वाले जिलों की सूची में शामिल हैं जहां कीमत 932 रुपये से ऊपर बनी हुई है।
किस जिले में कितना है दाम?
अब अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपके जिले में आज गैस सिलेंडर का क्या रेट है तो नीचे कुछ प्रमुख जिलों की कीमतें दी गई हैं:
- मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बागपत – 850 रुपये
- हापुड़ – 852 रुपये
- बुलंदशहर, शामली – 858 रुपये
- मथुरा – 862 रुपये
- आगरा – 864 रुपये
- सहारनपुर – 866 रुपये
- कानपुर नगर, मुजफ्फरनगर, अमरोहा – 868 रुपये
- बरेली, अलीगढ़ – 871 रुपये
- इटावा – 884 रुपये
- लखनऊ – 890 रुपये
- जालौन – 890 रुपये
- प्रयागराज – 905 रुपये
- अंबेडकर नगर – 911 रुपये
- बलिया, मऊ – 933 रुपये
यह लिस्ट काफी लंबी है और इसमें हर जिले की कीमत थोड़ी अलग है, लेकिन औसतन देखा जाए तो 850 से 930 रुपये के बीच ही दाम चल रहे हैं।
सिलेंडर की कीमतों में इतना फर्क क्यों?
अब यह सवाल भी उठता है कि आखिर एक ही राज्य में गैस सिलेंडर की कीमतें अलग-अलग क्यों हैं। इसका जवाब है डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम, ट्रांसपोर्टेशन खर्च और स्थानीय टैक्स स्ट्रक्चर।
जिन जिलों में गैस डिपो या सप्लाई पॉइंट्स पास में हैं, वहां ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट कम आता है। ऐसे में कंपनी कम कीमत पर गैस सिलेंडर मुहैया करवा देती है। वहीं, जिन जिलों में गैस स्टोरेज या सप्लाई यूनिट दूर है, वहां ट्रांसपोर्टेशन लागत ज्यादा होती है और इसी कारण वहां कीमतें भी बढ़ जाती हैं।
इसके अलावा, कुछ जगहों पर स्थानीय टैक्स या डीलर कमीशन का असर भी कीमतों पर पड़ता है।
लोगों की प्रतिक्रिया
लोगों की मानें तो पिछले कुछ महीनों से गैस सिलेंडर की कीमतों में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया है। हालांकि, महीने की शुरुआत में जो थोड़ी-बहुत राहत मिलती है, वही आम आदमी के लिए बड़ी बात होती है।
मेरठ के रहने वाले एक व्यक्ति का कहना है, “गैस सिलेंडर की कीमत जब 1000 के पार पहुंच गई थी तब घर का बजट बिगड़ गया था। अब थोड़ी राहत मिल रही है तो अच्छा लग रहा है।”
मऊ और बलिया के लोगों को अब भी उम्मीद है कि आने वाले समय में वहां भी कीमतें कम होंगी।
भविष्य में क्या हो सकता है?
सरकार समय-समय पर सब्सिडी देने पर विचार करती है लेकिन फिलहाल किसी नई सब्सिडी का ऐलान नहीं हुआ है। पेट्रोलियम कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार के हिसाब से घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें तय करती हैं। इसलिए आने वाले दिनों में तेल और गैस की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में अगर कोई बड़ा बदलाव होता है तो घरेलू सिलेंडर की कीमतें भी बदल सकती हैं।
अगर आप गैस सिलेंडर की कीमतों को लेकर परेशान हैं, तो आपको सलाह दी जाती है कि आप अपने नजदीकी गैस एजेंसी से संपर्क करके स्थानीय रेट जरूर कन्फर्म करें।
हालांकि इस समय राज्य के कई जिलों में कीमतें कम हुई हैं और ये राहत की बात है, लेकिन कब फिर से कीमत बढ़ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। इसलिए जहां सस्ता मिल रहा है वहां समय रहते बुकिंग करवा लेना ही समझदारी है।